देख कर रवि रो पड़ा तेरी दुनिया मतलबी दुनिया जिसने चलना सिखाया उसे ठुकराती दुनिया जो तैरना सीख रहा था वह उसे उतना ही नीचे डूबा थी दुनिया कोई किनारे खड़ा देख रहा था तमाशा है मौत बचाना पाई मतलबी दुनिया फिर आगे बड़ा रवि एक पेड़ रोटी हुए मैंने कहा क्या हुआ वह बोला अभी तो यह छांव में बैठे थे मेरी आराम से अब मुझे ही काटने की बात बात कर रही दुनिया थोड़ा और आगे बड़ा रवि एक मां की आंखों में आंसू देखा मैंने पूछा क्या हुआ मां ने बोला मां के कदमों में जन्नत होती है फिर जन्नत का ही दिल दुखाती दुनिया
©Ravindr malviya
#achievement