खुला आसमान है,
मैं जिधर चाहूँ उधर उड़ सकती हूँ।
पंख नहीं है तो क्या हुआ,
मैं बिन पंखों के बहुत कुछ कर सकती हूँ।
हाथ में कलम है और लफ़्ज़ों से इश्क़ है मुझे,
मैं इन लफ़्ज़ों से मन मे ख़्याल बुन सकती हूँ।
स्याही के पाँव है कागज़ की सवारी है,
इस ख़्याल रूपी सवारी पर सवार होकर,
मैं जिधर चाहूँ उधर उड़ सकती हूँ।
#weather #Quote #Poet #Instagram #selflove #write @Eisha mahimastan ऊषा माथुर kavi Ajay maurya(#आश्वस्त🇮🇳) RAPPER JAGSIR SINGH @Anuj Yadav