भीड़ में बैठा हूं लेकिन किसी से,
बात करने को जी नहीं करता है।
क्या कहूं, कैसे कहूं,
सोंच के जी डरता है।
अपनी बेबसी पर तरस आती है,
कहीं दूर चले जाने को जी करता है।
लेकिन, खुद से भाग कर कहां जाए,
आजकल खुद से ही दिल डरता है।
©waahh_raaj
#Life_Experiences