होली
जो कलियां खिली ही नहीं
जो फूल बने ही नहीं
रोशनी जिन्हें मिली ही नहीं
उन प्यारो की होली कैसी होगी?
जो हीरे भूल गए अपनी खान को
जो तारे भूल गए जहान को
रात में अकेले, कपकपाते हुए
उस आसमान की होली कैसी होगी?
पुष्प भूल गए, पुष्पाद को
पत्तों ने छोड़ा जिस पादप को
छांव देते देते जो मुरझा गई
उस डाली की होली कैसी होगी?
जिनका कोई नहीं
घोसले से बाहर आना नहीं
उन परफटे पंछियों की होली
कैसी होगी?
जिसे जान से मिट्टी प्यारी
हरदम रक्षा करे हमारी
वह जो झेलता है गोली
उस रक्तपुष्प की होली, कैसी होगी?
©Pratik Patil Patu
#Holi #SAD #Reality
इनकी होली कैसे होगी?