White जैसे स्त्रियां होती है आहत मानसिक शारीरिक ह | हिंदी विचार

"White जैसे स्त्रियां होती है आहत मानसिक शारीरिक हिंसा का शिकार पुरुषों के साथ भी होते है मानसिक, शारीरिक बलात्कार उनसे भी की जाती ज़बर्दस्ती उन्हें भी लगती हैं ठेस वो अपना दर्द... बता नहीं पाते, समझा नहीं पाते, मां के ऑपरेशन के समय अस्पताल के बाहर घंटों खड़े रहे पिता की मौत पर अंतिम लकड़ी के जल जाने तक वे खड़े रहे वे खड़े रहे पत्नी को सीट पर बैठा कर बस या ट्रेन की खिड़की थामकर वे खड़े रहे बहन के साथ घर के काम में कोई भारी सामान थामकर वे खड़े रहे स्त्री के साथ हुए हर दुर्व्यवहार पे खडे रहे क्योंकि उन्होंने देखा... तड़पते हुए,चुप रहते हुए सहते हुए बदनाम होते स्त्री को तो किस मुंह से... कैसे किसको क्या बताएँगे वो खुद रक्षक होकर, ना बचा सका अपना स्वाभिमान तो समाज को कैसे मुँह दिखाएगा क्या कोई उसका साथ निभाएगा...!!! #vineetapanchal ©vineetapanchal"

 White जैसे स्त्रियां होती है आहत 
मानसिक शारीरिक हिंसा का शिकार 
पुरुषों के साथ भी होते है 
मानसिक, शारीरिक बलात्कार 
उनसे भी की जाती ज़बर्दस्ती 
उन्हें भी लगती हैं ठेस
वो अपना दर्द...
बता नहीं पाते,
समझा नहीं पाते,
मां के ऑपरेशन के समय
अस्पताल के बाहर घंटों खड़े रहे
 पिता की मौत पर 
अंतिम लकड़ी के जल जाने तक वे खड़े रहे 
 वे खड़े रहे पत्नी को सीट पर बैठा कर
 बस या ट्रेन की खिड़की थामकर वे खड़े रहे
 बहन के साथ घर के काम में 
कोई भारी सामान थामकर वे खड़े रहे
स्त्री के साथ हुए हर दुर्व्यवहार पे खडे रहे 
क्योंकि उन्होंने देखा...
तड़पते हुए,चुप रहते हुए 
सहते हुए बदनाम होते स्त्री को 
तो किस मुंह से... 
कैसे किसको क्या बताएँगे 
वो खुद रक्षक होकर,
ना बचा सका अपना स्वाभिमान 
तो समाज को कैसे मुँह दिखाएगा 
क्या कोई उसका साथ निभाएगा...!!!
#vineetapanchal

©vineetapanchal

White जैसे स्त्रियां होती है आहत मानसिक शारीरिक हिंसा का शिकार पुरुषों के साथ भी होते है मानसिक, शारीरिक बलात्कार उनसे भी की जाती ज़बर्दस्ती उन्हें भी लगती हैं ठेस वो अपना दर्द... बता नहीं पाते, समझा नहीं पाते, मां के ऑपरेशन के समय अस्पताल के बाहर घंटों खड़े रहे पिता की मौत पर अंतिम लकड़ी के जल जाने तक वे खड़े रहे वे खड़े रहे पत्नी को सीट पर बैठा कर बस या ट्रेन की खिड़की थामकर वे खड़े रहे बहन के साथ घर के काम में कोई भारी सामान थामकर वे खड़े रहे स्त्री के साथ हुए हर दुर्व्यवहार पे खडे रहे क्योंकि उन्होंने देखा... तड़पते हुए,चुप रहते हुए सहते हुए बदनाम होते स्त्री को तो किस मुंह से... कैसे किसको क्या बताएँगे वो खुद रक्षक होकर, ना बचा सका अपना स्वाभिमान तो समाज को कैसे मुँह दिखाएगा क्या कोई उसका साथ निभाएगा...!!! #vineetapanchal ©vineetapanchal

#Purush #mansik_sharirik_bakatkaar #Rape आज का विचार अनमोल विचार आज का विचार सुप्रभात

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