आज मैं खुद को आजमाने चला हूँ
इश्क़ में हर लम्हा ख़ुशी का अहसास बन जाता है
उस दीदार-ए-यार को खुदा बनाने चला हूँ
मोहब्बत में अक्सर आईना भी ख्वाब बन जाता है
उस नशे-ए-मोहब्बत को जाम बनाने चला हूँ
क्यों जलाते हो नज़रों से आग चाहत की
उस तपन-ए-अहसास को हवा देकर भुजाने चला हूँ
उसकी बाँहों में जो पनाह मिली थी
उसके इस प्यार को मैं इतिहास बनाने चला हूँ
जी भर के देखूं तुझे आज अगर गवारा हो
तुम्हारे चेहरे की खुशियों को आज
मैं अपना बनाने चला हूँ
अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो
तो इस दिल को भी सीने से निकाल
जलाने चला हूँ
आज मैं खुद को आजमाने चला हूँ.........
©Priyansh
आज मै खुद को आजमाने चला हूँ....
#khwaab
#find yourself