थोड़ा हँसना, थोड़ा रोना,
हँसकर लोट-पोट होना,
'अच्छा' कहना, ताली देना,
गुस्सा होना, गाली देना;
अब तो हर बात बताने को,
बंधन-रहित emoji है।
ऐसे में उनको प्रणाम (🙏🏻),
जो हिन्दी के खोजी हैं।
अब शब्द-व्याकरण गौण हुए,
बस बात समझकर LOL हुआ,
हिन्दी में 'भ्राता' कहने वाला,
BRO! वालों से troll हुआ,
अब परसाई के व्यंग्य नहीं,
हर शब्द के अर्थ असीम,
अब हैं चुभते विष-बुझे बाण,
कहलाते हैं जो meme;
बॉलीवुड का हिन्दीभाषी,
धोती धारी, सर चोटी है,
ऐसे में उनको प्रणाम (🙏🏻),
जो हिन्दी के खोजी हैं।
माना कि हिन्दी Cool नहीं,
और न ही उतनी HOT लगे,
Literature तो LIT लगता है,
साहित्य गाँव की हाट लगे;
अब हिन्दी के विद्वानों की,
स्थितियाँ विस्मयकारक हैं,
कुछ की ह्रदय विदारक है,
और कुछ स्टार-प्रचारक हैं;
है नमन नवीन लेखकों को,
हिन्दी 2.0 सोची है।
ऐसे में उनको प्रणाम (🙏🏻),
जो हिन्दी के खोजी हैं।
जन से जुड़ने की आशा में,
तत्सम के तद्भव रूप बने,
फिर हर भाषा से शब्द उठा,
हिन्दी के सरल स्वरूप बने,
अब जिसको हिंदी कहते हैं,
वो हिन्दी जैसी लगती है,
उतनी ही जितनी फ्रेंच-फल्लियां,
भिंडी जैसी लगती है।
अटका है पंत, निराला में,
'रूपक' थोड़ा संकोची है।
ऐसे में उनको प्रणाम (🙏🏻),
जो हिन्दी के खोजी हैं।
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©Rupesh P
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