"डिअर शक्तिमान "टेलीविजन से अदृश्य हुए तुम
अब सपनों में आते हो
हम तुम्हे कैसे भुला बैठे
एक तुम ही तो बचपन याद दिलाते हो
शक्तिमान चाचू तुम हमें बहुत याद आते हो""
डिअर शक्तिमान "टेलीविजन से अदृश्य हुए तुम
अब सपनों में आते हो
हम तुम्हे कैसे भुला बैठे
एक तुम ही तो बचपन याद दिलाते हो
शक्तिमान चाचू तुम हमें बहुत याद आते हो"