आवाज़ वक्त रहते जो सवाल ना पूछा रहनुमाओं से, आने | हिंदी शायरी
"आवाज़
वक्त रहते जो सवाल ना पूछा रहनुमाओं से,
आने वाली नस्लें बेगैरत समझेंगी |
तुम कहते हो आँखे मुंद करूँ भरोसा,
ये जमीर फिर गद्दार कहेंगी ||
- 𝚂𝚑𝚒𝚟𝚊𝚖 𝙺𝚞𝚖𝚊𝚛"
आवाज़
वक्त रहते जो सवाल ना पूछा रहनुमाओं से,
आने वाली नस्लें बेगैरत समझेंगी |
तुम कहते हो आँखे मुंद करूँ भरोसा,
ये जमीर फिर गद्दार कहेंगी ||
- 𝚂𝚑𝚒𝚟𝚊𝚖 𝙺𝚞𝚖𝚊𝚛