"हर बच्चे की पहली डॉक्टर शायद माँ हीं होती है। वो नन्हे कदम जब चलना सीखते हैं तो सौ दफा गिरते हैं। तभी लपक के बच्चे को अपने हाथों से सहला देती हैं माँ। जब कभी तेज़ बुखार आ जाता तो डॉक्टर की माफिक दवा देती माँ। जब साईकिल सीखने की बारी आई तो चोटिल घुटनों को मलहम लगाती माँ। जब सर्दी लग जाये तो थर्मामीटर लगाकर ताप नापती माँ। मेरी पहली डॉक्टर मेरा सब कुछ... मेरी माँ 😍♥️"