यहां पत्थर के सौदागर है, मैं काँच बेचने आया हूं,
झूठों के बाज़ार में यारों, सांच बेचने आया हूं!
सौदा ऐसा है मेरा, पूँजी घाटे में चल रही,
लोग दूध से जलकर बैठे हैं, मैं छाछ बेचने आया हूं!!
©Er VKB Shayar
यहां पत्थर के सौदागर है, मैं काँच बेचने आया हूं,
झूठों के बाज़ार में यारों, सांच बेचने आया हूं!
सौदा ऐसा है मेरा, पूँजी घाटे में चल रही,
लोग दूध से जलकर बैठे हैं, मैं छाछ बेचने आया हूं!! #Love #VKB @Anudeep @humaira bi Aman Singh @advocate SURAJ PAL SINGH Santosh Narwar Aligarh sad shayari in hindi motivational shayari love shayari @Anudeep