कुछ उम्मीदें है जो ज़िन्दा रखें हैं
कुछ हिम्मत है जो दम तोड़ने नहीं देती
और ख्वाबों की ही बात है जनाब
अब तो सोने भी नहीं देती।।
लोग कहते हैं की छोड़ दे इन ख्वाबों को
शायद मंजिल नहीं लिखी है तेरी किस्मत में
मैने कहा बेबाक छोड़ दूंगा
पहले लड़ तो लेने दो
इस आग में जल तो लेने दो
उतरने के लिए इस मैदान में
सब कुछ हार कर थोड़ा सा जीत तो लेने दो।।
माना इतना परिवारिक नहीं
साथ मेरे कभी भी किस्मत नहीं
फिर भी आसरा है कुछ दुआओ का
कोई कुछ भी कहे कोई फर्क नहीं।।
#ज़िन्दगी