White हां, मैं एक आम गृहणी हूं।
हाशिए पर जिसने अपने गुण जोश को धकेला है।
घर की नैया पतवार भी हूं।
किरदार मेरा अलबेला है।
करना तो बहुत कुछ जीवन में
बस समयचक्र का खेला है।
कभी गुल्लक की पाई बनकर खुश हूं।
कभी धनिए ,टमाटर,बढ़ती महंगाई को टटोला है।
होती हूं संतुष्ट और जब थोड़ी खुश ,
तब ठेस पहुंचाते हुए हंसना मत,
मत समझना मेरी कोई औकात नही।
शायद मेरी महत्ता को समझ पाओ,
तुम्हारी मानसिकता की उतनी बिसात नही,
हां, मैं वो आम गृहिणी हूं।
जो अपने आज को गिरवी रख ,
दूसरों का कल लिखती हूं ।
©PRIYANKA
#आम गृहिणी