कैसे हो तुम
तुमसे पूछे कई साल बीत गया है
जानना हैं तेरे बारे
है मन में कई सवाल
पर शांत रह जाती हूं
यह सोच कर की
कई साल बीत गया है
याद आता है मुझे
तुम्हारा कहना मुझे
"मेरी जान" पर
सोचती नही अब मैं ज्यादा
क्यूंकि कई साल बीत गया है
याद आता है मुझे
तुम्हारा मेरी फिकर दिखाना
तुम्हारा झूठ
तुम्हारा मेरे साथ खेलना
मुझे बेवकूफ समझना
मुझे बातो में फसाना
याद आती हैं मुझे तुम्हारी सारी साजिशें
पर ज्यादा ध्यान नही देती मैं
क्यूंकि कई साल बीत गया है
याद आता है
तुम्हारा लहजा
तुम्हारा दिखावा
तुम्हारा मुखौटे वाला चेहरा
हां तुम्हारा प्यार भी
याद आता है मुझे
पर मैं अब ध्यान नही देती
क्यूंकि कई साल बीत गया है
याद आता है मुझे
तुम्हारा प्यार जताना
मुझसे कहना की
"तुम मुझसे सच्चा प्यार करते हो"
"तुम मेरी मोहब्बत हो और हमेशा तुम्ही रहोगी"
याद आता है मुझे की
तुम मुझसे कहते थे
की 'मुझसे दूर नही जाओ
मुझे अकेला मत छोड़ना'
याद आता है तुम्हारा कहना की
"मै जिंदगी भर तुम्हें चाहूंगा"
तुम्हारी बड़ी बड़ी बातें
तुम्हारे झूठे झूठे वादे
याद आता है पर
अब मैं ध्यान नही देती क्यूंकि
कई साल बीत गया है
और अब पता चल गया है की
तुम जैसे तमाम लोगों से दुनिया भरी है
ऐसे पुरुष जिंदगी भर
ढूढते हैं सच्चा प्यार और अंततः
किसी की मजबूरी बन जाते हैं
अब जान चुकी हूं मैं की
जिंदगी में ऐसे लोग आते जाते रहते हैं
हमे वास्तविकता से वाकिफ कराने के लिए
याद आता है तो
समझ आता है अब
पर अब फर्क नही पड़ता क्यूंकि
कई साल बीत गया है।
©Smita
#samay