A Mother's Prayer सोता हूं तो सपनों में रहती है।
आंखें बंद करता हूं तो ख्यालों में रहती है।
मंदिर में जाता हूं तो मन में रहती है।
बोलता हूं तो जुबां पर रहती है।
कलम उठाता हूं तो पढ़ने को कहती है।
सामने आकर वह चुपचाप खड़ी हो जाती है।
मुझको दर्द ना हो अपना दर्द छुपाती है।
पर उसकी आंखें सब कुछ बताती है।
पता नहीं वह इतना प्यार मुझसे क्यों करती है
मेरी मां