जिक्र जब होता है तेरा, तो आ जाती हैं मुंह पे रौनक।
तेरी आहट से दिल की धड़कन मेरी , हो जाती है तेज ।
यूं तो मुस्कुराहट से नाता नहीं हैं दूर दूर का ।
दीदार से तेरे ना जाने क्यूं आ जाती हैं रौनक ।
यूं तो दूर रहता हु भीड़ से अक्सर ।
पर न जाने क्यों तेरे पास आने का दिल बार बार करता हैं।।
मेरा मन ना जाने क्यों तुझपे आने लगा।
फिर से प्यार, मैं शायद करने लागा।।
©Palash Biswas
जिक्र जब होता है तेरा, तो आ जाती हैं मुंह पे रौनक।
तेरी आहट से दिल की धड़कन मेरी , हो जाती है तेज ।
यूं तो मुस्कुराहट से नाता नहीं हैं दूर दूर का ।
दीदार से तेरे ना जाने क्यूं आ जाती हैं रौनक ।
यूं तो दूर रहता हु भीड़ से अक्सर ।
पर न जाने क्यों तेरे पास आने का दिल बार बार करता हैं।।
मेरा मन ना जाने क्यों तुझपे आने लगा।
फिर से प्यार, मैं शायद करने लागा।।