बेसबब...बेवजह...
हर नक़्श तूने मिटा दिया
जो अक्स था भरा-भरा
हर अक्स तूने मिटा दिया
बेख़तर हो ऑंधियों ने
था जिन्हें पनाह दिया
आज फिर ऐ बेख़बर!
मुझे तूने उनसे भिगा दिया
क्या ख़ता थी अपनी जो
तूने ये सिला दिया
अंग-अंग मोतियों से
तूने मुझको सजा दिया
ठहर ज़रा अब सोच मत
कि तूने है ये क्या किया
भला किया.. बुरा किया
बता मुझे... है ख़रा किया?
©Saba Rasheed
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