"रो कर मांगने से भी ज्यादा जरूरी हो तुम।
कलेजे की ठंडक और जिगर का आग हो तुम।
मुहब्बत में कई धोके मंजूर है मुझको मगर ये याद रख्खो
मेरे दिल का ईलाज हो तुम।
जो दुश्मन बन के आये क़हर में उनसे पार पा लूंगा अगर-चे-मुस्कुरा कह दो मेरे साथ हो तुम।
(khanbaba)"