काश
काश मेरा दिल सोने का होता
तब शायद सब उसकी कीमत समझते
काश मेरा शरीर हाड़ माँस का ना होता
तब शायद सब मुझसे मोहब्बत करते
काश मेरी उंगलियों की जगह हीरे होते
तो सब मुझे थाम कर चलते
काश मेरे आँसू चाँदी के होते
तो सब उनको सम्भाल कर रखते
लेकिन मैं तो खून से भरा हुआ
एक हाड़ माँस का पुतला हूँ
मेरी यहाँ कहाँ कोई कीमत होगी
जीया हूँ मै विचारो से,
इकठ्ठा नहीं किया मैंने चीजों को
तो मेरे पास यहाँ कहाँ कोई दौलत होगी
©Sumit Sehrawat
#One_sided_love