जब भी कोई पूछता है कैसे हो?
अपने आप से ही शब्द निकल जाते हैं,
बढ़िया जी।
चाहे हाल बढ़िया हो या ना हो,
सर दर्द से फट रहा हो तब भी
यही शब्द निकलते हैं
बहुत बढ़िया।
एक तो किसी को कोई मतलब नही
बढ़िया हो या ना हो
कोई क्या कर लेगा।
और कभी कभी तो जवाब की
प्रतीक्षा किए बगैर ही,
सवाल करने वाला, निकल जाता है।
आदतन पूछ लेते हैं लोग
हाल चाल एक दूसरे से।
आदतन हम भी हाल अपना
बढ़िया बता गुजर जाते हैं।#neer
©Neer
#हाल