White तेरी पायल की
खनक से मै
गहरी नींद मे भी
जाग जाता हू
आँखे मसल कर
चारो तरफ तुझे ढूंढ़ता
हू पर न जाने तुम
म होती हो कहा
पथरो के इस शहर
मे आकर मै भी एक
पत्थर बन गया हू
अब तेरे मासूम स्पर्श से
भी मेरे जज्बात
कंपते हैँ कहा?
©Parasram Arora
पथरो के शहर मे