मैं तो बस उड़ता चला गया तेरे प्रेम- पवन के झोंके म
"मैं तो बस उड़ता चला गया तेरे प्रेम- पवन के झोंके में,
मैंने तुम पर विश्वास किया पर तुमने रक्खा धोखे में,
तू मौत मेरी बन जाएगा मुझको ये था आभास नहीं,
क्या पता था नागिन पलती है तेरे दिल के बने झरोखे में।"
मैं तो बस उड़ता चला गया तेरे प्रेम- पवन के झोंके में,
मैंने तुम पर विश्वास किया पर तुमने रक्खा धोखे में,
तू मौत मेरी बन जाएगा मुझको ये था आभास नहीं,
क्या पता था नागिन पलती है तेरे दिल के बने झरोखे में।