उसकी आँखों में पढ़ा था मैने,,,
कि वो भरोसे के काबिल नहीं
फिर भी हमने मोहोबत्त
कमबख्त उन्हीं से की....
©Damanpreet Kaur
#mohobatt #aankhein
आँखों और मोहोबत्त का एक अजीब सा संबन्ध है... मोहोबत्त्त की पहली सीढ़ी ही होती है दीदार,, फिर कुछ मिलते जुलते विचार, फिर कुछ विचारों पर तकरार..
और बस ये ही दीदार विचार और तकरार करते करते कहीं न कहीं से उमड़ ही आता है प्यार....