कितनी ''आसान'' थी बचपन के वो दिन, जहां सिर्फ दो अं | हिंदी Shayari

"कितनी ''आसान'' थी बचपन के वो दिन, जहां सिर्फ दो अंगुलियां जुड़ाने से #दोस्ती हो जाया करती थी. ©Ďîvŷã Řäĵ Řăĵpűț"

 कितनी ''आसान'' थी बचपन के वो दिन, जहां
सिर्फ दो अंगुलियां जुड़ाने से #दोस्ती हो जाया करती थी.

©Ďîvŷã Řäĵ Řăĵpűț

कितनी ''आसान'' थी बचपन के वो दिन, जहां सिर्फ दो अंगुलियां जुड़ाने से #दोस्ती हो जाया करती थी. ©Ďîvŷã Řäĵ Řăĵpűț

कितनी ''आसान'' थी बचपन के वो दिन..........
#bachpan #Love #shayri #Romantic #Emotional

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