श्री राधिका बनी चांदनी कर सोलह श्रृंगार ,
गोपियों के संग कान्हा विचरण विहार ,
शरद पूर्णिमा को रसिक करें प्रेमालाप,
मंत्र मुक्त हुए मन देख चंदा का आकार ,
औषधि अमृत बरसाता है आज चांद ,
आनंदमई रास वाली पूर्णिमा का चांद!!
आपको शरद महारास की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏