एक झलक' देख कर आज तुम हमको , हमसे घुंघट करते हो, व
"एक झलक' देख कर आज तुम हमको , हमसे घुंघट करते हो,
वो वर्षो पुरना तेरा चेहरा हमे आज भी याद है;
दायें गाल पर वो तेरा काला तिल , गहरी -नीली आँखे ,
वो तेरा पलके झुका कर शर्माना हमे आज भी याद है |"
एक झलक' देख कर आज तुम हमको , हमसे घुंघट करते हो,
वो वर्षो पुरना तेरा चेहरा हमे आज भी याद है;
दायें गाल पर वो तेरा काला तिल , गहरी -नीली आँखे ,
वो तेरा पलके झुका कर शर्माना हमे आज भी याद है |