आलोचना करने वालो को करने दो।
मत रोको।
क्योंकि अगर आप सफल है,
सही रास्ते पर है,
मंजिल के करीब है,
तो आपसे प्रतिस्पर्धा करने वाले लोग ही
ईर्ष्या वश या हारने की कगार पर होने के कारण,
वे ही आलोचना करने लग जाते है।
पर करने दो न...क्या दिक्कत है?
बल्कि अपने अंदर जुनून और जज्बा इतना भर लो,
कि ये मंजिल तो पाओ ही,
मगर और आने वाली सफलताओं में नाम आपका ही हों।
©dpDAMS
#Criticisms