पापा,
आपकी बातें सारी अब सच लगती हैं,
दुनियां सिर्फ़ पैसों से चलती,
हैं लगता दूर से,
दुनिया ये कहती,
बाप बेटे में न बनती,
सच हैं,
कभी अनबन तो,
कभी कभी बात भी न होतीं,
हूं मैं आपका ध्रुव तारा,
मां ये मुझसे कहती,
पर पापा,
ये जिंदगी आपके सहारे हीं चलती!!
©AkhiShayar