बिताने को चांदनी रात अभी बाकि थी।ख़ामोशी के आलम में | हिंदी Video
"बिताने को चांदनी रात अभी बाकि थी।ख़ामोशी के आलम में न जाने क्यों मुस्कुराती दिखी,
मेरी आँखों में नजाने वो क्या तलाशती दिखी।
शुरू तलक न हुई जो, खत्म हो चुकी वो बाते थी
बिताने को चांदनी रात अभी बाकि थी"
बिताने को चांदनी रात अभी बाकि थी।ख़ामोशी के आलम में न जाने क्यों मुस्कुराती दिखी,
मेरी आँखों में नजाने वो क्या तलाशती दिखी।
शुरू तलक न हुई जो, खत्म हो चुकी वो बाते थी
बिताने को चांदनी रात अभी बाकि थी