White पल्लव की डायरी
वेवशी दिलो में,तमन्नाओं ने डाली है
बहुत कुछ पाकर भी
मन मे खिन्नता पाली है
ढ़ाचे समाजिक बढ चढ़ गये
अवसाद से मन सबके मरे जाते है
स्तर समाजिक पारवारिक
पैसे और हैसियत से चलने लगे
चिंताएं बराबरी की सताती है
हर कमाई सबको कम लगती
हाय तौबा में अपने दिल जलाते है
आनन्द की सीमाएं घुटी हुयी है
होड़ करने में,घुटन जीवन मे बढ़ाते है
प्रवीण जैन पल्लव
©Praveen Jain "पल्लव"
#love_shayari वेवशी दिलो में तमन्नाओं ने डाली है
#nojotohindi