Inspire and Aspire अंधेरो में न घेरो ख़ुदको ज़माने | हिंदी Poetry

"Inspire and Aspire अंधेरो में न घेरो ख़ुदको ज़माने से लड़ना सीखो यूँ हार के न बैठो तुम उठकर फिर से चलना सीखो ये बात कोई नहीं बतलायेगा इस भ्रम में मत रह की कोई तुझे आके उठायेगा सच्चाइयों से सामना तुझे करना है डर के ही सही पर आखिरी तक तुझे लड़ना है ये मत सोच की तू मुसीबतो को पार नहीं कर पाएगा एक बार खुद पे भरोसा करके तो देख तू उच्ची चट्टानों को भी हँसके लांख जायेगा ©Manvendra Pratap"

 Inspire and Aspire  अंधेरो में न घेरो ख़ुदको
ज़माने से लड़ना सीखो 
यूँ हार के न बैठो तुम 
उठकर फिर से चलना सीखो
ये बात कोई नहीं बतलायेगा 
इस भ्रम में मत रह की कोई तुझे आके उठायेगा
सच्चाइयों से सामना तुझे करना है
डर के ही सही पर आखिरी तक तुझे लड़ना है 
ये मत सोच की तू मुसीबतो को पार नहीं कर पाएगा 
एक बार खुद पे भरोसा करके तो देख 
तू उच्ची चट्टानों को भी हँसके लांख जायेगा

©Manvendra Pratap

Inspire and Aspire अंधेरो में न घेरो ख़ुदको ज़माने से लड़ना सीखो यूँ हार के न बैठो तुम उठकर फिर से चलना सीखो ये बात कोई नहीं बतलायेगा इस भ्रम में मत रह की कोई तुझे आके उठायेगा सच्चाइयों से सामना तुझे करना है डर के ही सही पर आखिरी तक तुझे लड़ना है ये मत सोच की तू मुसीबतो को पार नहीं कर पाएगा एक बार खुद पे भरोसा करके तो देख तू उच्ची चट्टानों को भी हँसके लांख जायेगा ©Manvendra Pratap

#inspire

People who shared love close

More like this

Trending Topic