जब मुझे पहले ही ठुकरा दिया गया है तो आज क्यों बुला
"जब मुझे पहले ही ठुकरा दिया गया है
तो आज क्यों बुलाता हैं आस्तां तुम्हारा।
मुझे तो इस दिल में एक आशियाना बनाना था, तुम्हारा
कोई जज्बाद न रहे इस मुर्दा दिल में अब बन गया हैं कब्रिस्तां तुम्हारा ।।"
जब मुझे पहले ही ठुकरा दिया गया है
तो आज क्यों बुलाता हैं आस्तां तुम्हारा।
मुझे तो इस दिल में एक आशियाना बनाना था, तुम्हारा
कोई जज्बाद न रहे इस मुर्दा दिल में अब बन गया हैं कब्रिस्तां तुम्हारा ।।