""हर तरफ अँधेरा है ,और घने पहरे है।
कोई बाहर है मौज़ में, कुछ घर पर ही ठहरे है।।
मौज़ मस्ती की उम्र है शायद, लेकिन एक जनून है।
एक ही मंज़िल, एक ही मज़हब देश सेवा पहले है।।"
देश के आर्मी ऑफिसर्स एवं जवान को सलाम
जय हिंद 🇮🇳
🖋️Arvind Gautam"
"हर तरफ अँधेरा है ,और घने पहरे है।
कोई बाहर है मौज़ में, कुछ घर पर ही ठहरे है।।
मौज़ मस्ती की उम्र है शायद, लेकिन एक जनून है।
एक ही मंज़िल, एक ही मज़हब देश सेवा पहले है।।"
देश के आर्मी ऑफिसर्स एवं जवान को सलाम
जय हिंद 🇮🇳
🖋️Arvind Gautam