मैं सारी उम्र तुम्हारी
तस्वीर निहारता रहा
दिल तो नहीं भरता
पर आंखें भर जाती है
ढूंढ लेते तुम्हें हम शहर
की भीड़ इतनी भी ना थी
मगर रोक दी तलाश हमने
क्योंकि तुम और कोई
नहीं बदल गए थे
©PURAN SINGH CHILWAL
#10000k_🤑🤑😘😘😘😘🥰🥰 मैं रिश्तो का धागा हूं मजबूरी की जंजीर नहीं करता है वह इंसाफ
मौज लो रोज लो ना मिले तो खोज लो