मुझे कैद करले बात मान मेरी
तू छुए तो रुक जाए जान मेरी
सांसें मेरी तेरे होने से चल रहीं
इक तू ही हयात-ए-आन मेरी
चुन्नी में रह जाएगी बस तू ही
धड़कनों को ज़रा तू छान मेरी
गर लेले संग अपने नाम मेरा
इससे ऊंची क्या हो शान मेरी
गर छोड़ जाए वत्स को आज
ज़िंदगी हो जाए बे-जान मेरी
©Bharat Sharma Vats
#AanMeri