बना सकते हो तो,
हमें अपना बना लो
मैं आधी रात को भी,
तुम्हारे लिए चाय बना सकता हूं
इश्क उम्र का लिहाज कहा करता है
मैं अपने कफ से भी
तुम्हे चाय पिला सकता हूं
ये वादे ये कश्मे ये बड़ी मुझे नही आती
कह दो टेंशन में तुम्हारा सिर दबा सकता हूं
ज्यादा कमाता नही हूं
ना ज्यादा दौलत हैं मेरे पास
पर प्यार से तुम्हारे लिए ,
झुमका ला सकता हूं
मेरे पास बड़ी गाड़ी नही है मगर मैं
तुम्हारे साथ शाम को घूमने जा सकता हूं
जिस उम्र में लोग चल नही सकते हैं
उस उम्र में मैं तुम्हे पायल पैना सकता हूं
इश्क है तुम से अगर कहो एक तरफा
प्यार भी बड़ी सिद्धद से निभा सकता हूं
©Dr.Dinesh sonkar
#प्यार