मैंने अपने ख्वाबों को टूटते हुऐ देखा है उसका हाथ अ
"मैंने अपने ख्वाबों को टूटते हुऐ देखा है
उसका हाथ अपने हाथों से छूटते हुए देखा है
ना जाने क्यूँ करता है ये दिल आज भी उसका ही इंतज़ार
मैनें तो उसे किसी और का हाथ थामे हुए देखा है।।"
मैंने अपने ख्वाबों को टूटते हुऐ देखा है
उसका हाथ अपने हाथों से छूटते हुए देखा है
ना जाने क्यूँ करता है ये दिल आज भी उसका ही इंतज़ार
मैनें तो उसे किसी और का हाथ थामे हुए देखा है।।