सब तरह के वादे में कर नही सकता
पर हर तरह की कोशिश में कर सकता हु
हर उम्मीद पर खरा नहीं उतर सकता
लेकिन हर तरह की चाहत में समझ सकता हु
जो तु अगर मुझसे मुझे छीन सकती है
तो तेरी रूँह में भी दिल में बसा सकता हु
मेरे शब्द बड़े साधारण से है
लेकिन
इन उलझे से शब्दो में तुझे बयां कर सकता हु
में डर सकता हु,रो भी सकता हु
तो में बिन वजह तेरे लिए हस भी सकता हु
में कर सकता हु प्यार तुझसे
तु कोशिश करके देख
में तेरा विश्वास बन सकता हु
©Shubham joshi
#Affection