के जब अपने अपने ही ना रहे तो तुमसे उम्मीद क्या करे | हिंदी Shayari

"के जब अपने अपने ही ना रहे तो तुमसे उम्मीद क्या करें पर हां भरोसा भी एक अजीब चीज होती है हम लोगों पर आंख मीच कर भरोसा कर लेते हैं ©Gautam ji"

 के जब अपने अपने ही ना रहे
तो तुमसे उम्मीद क्या करें
पर हां भरोसा भी एक अजीब चीज होती है
हम लोगों पर आंख मीच कर भरोसा कर लेते हैं

©Gautam ji

के जब अपने अपने ही ना रहे तो तुमसे उम्मीद क्या करें पर हां भरोसा भी एक अजीब चीज होती है हम लोगों पर आंख मीच कर भरोसा कर लेते हैं ©Gautam ji

my life

#Soul

People who shared love close

More like this

Trending Topic