सुना है, सब तरफ इश्क का आडंबर चल रहा है मैं खड़ा ह | हिंदी शायरी
"सुना है, सब तरफ इश्क का आडंबर चल रहा है
मैं खड़ा हूं जमी पर, ऊपर अंबर चल रहा है
ये सफर आखिरी है इस साल का मेरे दोस्त
तुम्हें पता तो होगा दिसंबर चल रहा है।"
सुना है, सब तरफ इश्क का आडंबर चल रहा है
मैं खड़ा हूं जमी पर, ऊपर अंबर चल रहा है
ये सफर आखिरी है इस साल का मेरे दोस्त
तुम्हें पता तो होगा दिसंबर चल रहा है।