उदास बूंद की कहानी 💧 II NEW BAAL GEET II Hindi Baby Rhymes
AUTHOR POET: VIKRANT RAJLIWAL
एक छोटी सी बूंद बारिश के बाद नदी में गिरती है, जहां वह अपने सफर में खो जाती है। समय के साथ, वह अपने उत्साह से भरपूर सफर करती है, लेकिन फिर उसे अकेलापन महसूस होता है।
एक पेड़ की संवाद के माध्यम से, वह अपनी असली शक्ति को पहचानती है और आत्म-सामर्थ्य में विश्वास पाती है। इसके बाद, वह अपने सफर को जारी रखती है, परिसंचार में खोजते हुए और अंत में समुंद्र में मिलकर समुंदर बन जाती है।