तेरे होते हुए भी क्यों वीरान सी दिखती है ये आँख क्या तू वो ख्वाब है जो पूरा न हो सका ।
अब तेरा ना आने का ख्वाब सुनकर ख्वाब भी रूठ जाता है क्यों उस नींद को तूने अपनाया नही।।
बचपन मे सुना था परियों की कहानी सुनते ही नींद आ जाती है तोह फिर क्यों बेचैनी अब आंख खुली ओर नींद खफा✍️,--शिवम वर्मा
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