याद है हमें यह मनहूस दिन,
जब जाने कितने निर्दोषों के लहू की नदी बही थी।
जनरल डायर के धोखे से,
इसी दिन हमारे भारतीयों को
अपनी लाशें बिछानी पड़ी थी।
अपने बलिदानों से वो हमें आजाद कर गए।
हमारे बीच नहीं वो तो क्या हुआ,
अपने किरदार को वे दुनिया में अमर कर गए।
©Ekta Tiwari
#JallianwalaBagh 13अप्रैल 1919 जय हिन्द।