न तू कल थका था, न आज तू थका है। न कल तू झुका था, न
"न तू कल थका था, न आज तू थका है।
न कल तू झुका था, न आज तू झुका है।।
न तेरी आग कल कम था, न तेरा आग आज कम है।।
तू कल भी सच के साथ था, तू आज भी सच के साथ है।।"
न तू कल थका था, न आज तू थका है।
न कल तू झुका था, न आज तू झुका है।।
न तेरी आग कल कम था, न तेरा आग आज कम है।।
तू कल भी सच के साथ था, तू आज भी सच के साथ है।।