अब उसकी यादों के संदूक को कहीं दुर फेकना हैं, बस आखरी दफा उस शख़्स को एक नजर देखना है ये मत सोचो थक गई मैं तुम्हसे मुहोब्बत कर के क्या करू मजबूरी है , अब इस बेजान जिस्म को चिता पर रखाना हैं... . ©VrushVP1919 #outofsight Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto