ज़िंदगी और जंग भर पेट सोता है जो जनाब उसके लिए तो ज | हिंदी शायरी
"ज़िंदगी और जंग भर पेट सोता है जो जनाब उसके लिए तो जिंदगी के अनेक रंग है,
खाली पेट एक निवाले को तरसती आँखों के लिए जिंदगी हर वक़्त एक जंग है |
-मनीष चौधरी"
ज़िंदगी और जंग भर पेट सोता है जो जनाब उसके लिए तो जिंदगी के अनेक रंग है,
खाली पेट एक निवाले को तरसती आँखों के लिए जिंदगी हर वक़्त एक जंग है |
-मनीष चौधरी