White एक भीड़ का ही हिस्सा हूं मैं।
सुनो कहां लोगों से जुदा हूँ मैं।
मैं जिसके भी काम न आया।
आज उनके लिए बेवफा हूं मैं
कोई उम्मीद नहीं रखा किसी से।
हमेशा अपनों के साथ खड़ा हूं मैं।
क्यों कबूल नहीं करता अर्जी मेरी तन्हा।
तेरी मोहब्बत में कब से पड़ा हूं मैं।
©तन्हा शायर
#Couple shayari love