मेरे फ़ोन की रिंगटोन अब बदलकर "पहला नशा पहला खुमार | हिंदी शायरी
"मेरे फ़ोन की रिंगटोन अब बदलकर "पहला नशा पहला खुमार" हो गयी थी "तुम जो आए जिन्दगी में" खुशियों की बहार हो गई थी।
"ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं" वाली बात हो गयी थी। "तेरे नाम से शुरू तेरे नाम पे खत्म" ऐसी तुझसे सौगात हो गई थी।"
मेरे फ़ोन की रिंगटोन अब बदलकर "पहला नशा पहला खुमार" हो गयी थी "तुम जो आए जिन्दगी में" खुशियों की बहार हो गई थी।
"ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं" वाली बात हो गयी थी। "तेरे नाम से शुरू तेरे नाम पे खत्म" ऐसी तुझसे सौगात हो गई थी।