ए मेरे खुदा मेरी जुबान से जो भी शब्द निकले वो निकल | हिंदी शायरी Video
"ए मेरे खुदा मेरी जुबान से जो भी शब्द निकले वो निकले शमशीर बनकर
मेरी जुबान से जो भी शब्द निकले वो निकले प्रेम का नीर बनकर
ए मेरे खुदा मेरी जुबान से जो भी शब्द निकले वह निकले मोहब्बत के तीर बनकर
कलम परमजीत सिंह लांडरां "
ए मेरे खुदा मेरी जुबान से जो भी शब्द निकले वो निकले शमशीर बनकर
मेरी जुबान से जो भी शब्द निकले वो निकले प्रेम का नीर बनकर
ए मेरे खुदा मेरी जुबान से जो भी शब्द निकले वह निकले मोहब्बत के तीर बनकर
कलम परमजीत सिंह लांडरां