भूलकर अपने सपने सुहाने सभी खुद को तजकर खिले जैसे ख | हिंदी शायरी Video

"भूलकर अपने सपने सुहाने सभी खुद को तजकर खिले जैसे खिलती जमीं खिलखिलाहट से इनकी जवां हम हैं बेटों से बेटियां ये .... बेटों से भी बड़ा इनका अभिमान है दो दो घर का इन्हीं से तो सम्मान है मिलते इनको विरासत में संयम हैं बेटों से बेटियां ये... सेवा करती हैं ये, दुख को हरती हैं ये काटों में भी कुसुम सा महकती हैं ये गहरे हर जख्म का होती मरहम हैं बेटों से बेटियां ये... पूरी करती हैं घर की वो सारी कमी लक्ष्मी (बेटियों) से ही फलती है घर की ज़मीं इनके कदमों में खुशियों के ©Rimpy Ankur Leekha "

भूलकर अपने सपने सुहाने सभी खुद को तजकर खिले जैसे खिलती जमीं खिलखिलाहट से इनकी जवां हम हैं बेटों से बेटियां ये .... बेटों से भी बड़ा इनका अभिमान है दो दो घर का इन्हीं से तो सम्मान है मिलते इनको विरासत में संयम हैं बेटों से बेटियां ये... सेवा करती हैं ये, दुख को हरती हैं ये काटों में भी कुसुम सा महकती हैं ये गहरे हर जख्म का होती मरहम हैं बेटों से बेटियां ये... पूरी करती हैं घर की वो सारी कमी लक्ष्मी (बेटियों) से ही फलती है घर की ज़मीं इनके कदमों में खुशियों के ©Rimpy Ankur Leekha

#Betiyan

People who shared love close

More like this

Trending Topic